भोजपुरी फ़िल्म उद्योग सुलझे निर्देशकों का भविष्य है,और यहां पूर्व से काम कर रहे लोग नए निर्देशकों का दिल खोल कर स्वागत करते हैं इनका सहयोग अच्छे फ़िल्म निर्देशकों का काम आसान कर देती है उक्त बातें भोजपुरी फ़िल्म “धर्म-योद्धा” ले कर आ रहे निर्देशक काशिफ रज़ा ने एक मुलाक़ात के दौरान बताया। उन्होंने आगे कहा की भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री आज परिपक्व हो चुकी है यहां काफी प्रयोग हो रहे हैं जो इसे सकारात्मकता की ओर ले जा रही है। यहां का वर्तमान माहौल नवोदित और आकांक्षी फिल्मकारों को उनके फिल्मो के सफल प्रदर्शन का अवसर प्रदान करता है। काशिफ रज़ा के अनुसार नए फिल्मकारों के लिए यह एक उपयुक्त प्लेटफॉर्म है और यह देख कर अच्छा लगता है की इस उद्योग के बाजार में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है,इस बीच हमारी फ़िल्म धर्म योद्धा तमाम रिकॉर्ड धवस्त कर सकती है। काशिफ रज़ा इस फ़िल्म के जरिये काफी प्रयोग करना चाहते हैं। भोजपुरी फ़िल्म उद्योग को अभी किस रूप में देखते हैं पूछने पर काशिफ का कहना है की यदि आप फ़िल्म बनाते हैं और उसके प्रदर्शन के लिए आपके पास एक माध्यम,एक बड़ा बाजार होगा तो निर्देशकों के लिए भी काफी सीमाएं पीछे छूट जाती है और एक निर्देशक अच्छी फिल्मो का दबाव महसूस करने लगता है ।
झारखण्ड धनबाद में जन्मे निर्देशक काशिफ रजा की इससे पूर्व दो फिल्में बन कर तैयार है प्यार के रंग लाल होला भोजपुरी और द लास्ट वीकेंड हिंदी भाषा की फिल्में हैं और धर्म-योद्धा को लेकर ये काफी उत्साहित हैं जिसकी कहानी पारिवारिक मूल्यों को उजागर करेगी। डिजिटल तकनीक के विशेष जानकार निर्देशक काशिफ धर्म-योद्धा में काफी प्रयोग करने वाले हैं जिसे देख दर्शक आश्चर्य करेंगे।
फॅमिली ड्रामा के साथ एक्शन का डबल डोज धर्म-योद्धा में देखने को मिलेगा। कहानी के डिमांड पर निर्देशक ने एक्शन सम्राट मनोज आर पाण्डेय और चंदन झा को साइन किया गया है । फ़िल्म का निर्माण सोभा कुमारी और कासिफ रज़ा कर रहे हैं।
फ़िल्म की हेरोइन इस फ़िल्म की यू एस पी होगी जिसके नाम की आधिकारिक घोषणा बहुत जल्द ही होने वाली है।