योगेश कुमार,जिमी शेरगिल ,मदालसा शर्मा की हिंदी फ़िल्म दिल साला सनकी ९ सितम्बर को रिलीज़ होगी।
बैनर – एस के पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड।
कास्ट-
योगेश कुमार, मदालसा शर्मा, जिमी शेरगिल, शक्ति कपूर, अवतार गिल, शगुफ्ता अली, गार्गी पटेल, संदीपा विर्क, ऋषिता भट्ट
निर्माता – सूशीकैलाश
निर्देशक – सूशीकैलाश
डांस – रिकी गुप्ता
एक्शन – निशांत खान
आर्ट – राजू सपोटे
कैमरामैन – जगन चावली और सेबेस्टियन एंथोनी
एडिटर – संदीप शेटये
गीतकार – रवि चोपड़ा
संगीतकार – प्रमोद पंथ
कास्टिंग – शिवाजी सोनी
मार्केटिंग – वसीम सिद्दीकी
क्रिएटिव निर्देशक – इसरार अहमद
डिस्ट्रीब्यूशन – इसरार अहमद
सिंगर्स – जावेद अली ,अमन त्रिखा ,शालमली खोलगडे ,किरण सचदेवा।
लोकेशन – मुम्बई ,झाँसी ,ललितपुर ,बरुआसागर ,ओरछा ,नेपाल
कहानी – राजन अग्रवाल
डायलॉग – आदेश के अर्जुन -राजीव बी अग्रवाल
फिल्म की कहानी
बादल जब आठ साल का था तब से उसे हिंसा से प्यार हो गया था। उस की उम्र के बच्चों ने जब उसको रोल मॉडल चुनने को कहा तो उसने एक लोकल माफिया लीडर बच्चा बाबु को अपना आदर्श चुना। बच्चा बाबु हत्या और दुसरे अपराधों में लिप्त था। बादल बच्चा बाबु से इतना प्रभावित हो जाता है कि वः बढ़ कर उसकी तरह ही बनना चाहता है।
जैसे जैसे बादल बड़ा होता जाता है बच्चा बाबु जैसा बनने की उसकी ख्वाहिश बढ़ती जाती है। और एक दिन बादल बच्चा बाबु का गैंग ज्वाइन कर लेता है। एक दिन बादल की मुलाकात मेघा से होती है और उसे पहली नज़र में उससे प्यार हो जाता है। बादल मेघा को अपने जज़्बात ज़ाहिर कर देता है पर मेघा बादल को देखना भी नहीं चाहती।
मेघा के पिताजी शर्मा जी सरकारी स्कुल के अध्यापक हैं जब उन्हें बादल के बारे में पता चलता है तो वह अपने एक पत्रकार दोस्त की मदद से बच्चा बाबु के पास जाते हैं और कहते हैं कि बादल उनकी बेटी मेघा की ज़िन्दगी में परेशानी पैदा कर रहा है। बच्चा बाबु पत्रकार को यकीन दिलाता है कि अब बादल कभी भी मेघा और उसकी फैमिली को परेशां नहीं करेगा। यहाँ कहानी में मोड़ आता है और बच्चा बाबु मेघा को अपने सपनो में देखने लगता है वह मेघा को किसी भी कीमत पर पाना चाहता है।
बच्चा बाबु मेघा से शादी करने के लिए अपनी पत्नी का क़त्ल कर देता है। जब बादल को यह पता चलता है कि बच्चा बाबु मेघा को लेकर इतना पागल है कि उसने अपनी पत्नी की भी हत्या कर दी है तो वः बच्चा बाबु के खिलाफ विद्रोह कर देता है। दूसरी तरफ बच्चा बाबु मेघा की फैमिली पर शादी के लिए दबाव डालता है और जब मेघा की फैमिली वाले उसके प्रस्ताव को इंकार कर देते हैं तो बच्चा बाबु जबर्दस्ती मेघा के साथ अपनी शादी का इंतेज़ाम करवाता है।
जब बादल को यह पता चलता है कि बच्चा बाबु ने मेघा का अपहरण कर लिया है तो वह अपने प्यार के लिए बच्चा बाबु के मैरेज फंक्शन में पहुँचता है और वहां से मेघा को बचाकर और लेकर निकलता है।अब बादल और मेघा एक अजीब सफर पर होते हैं जहाँ उन्हें बच्चा बाबु और उनके गुंडों से छुपना होता है। इस सफर के दौरान मेघा को पता चलता है कि वह भी बादल से प्रेम करती है।
बच्चा बाबू, बादल और मेघा के बीच भगदड़ मची हुई है, बच्चा बाबु के विरुद्ध बादल का विद्रोह फिल्म का क्लाइमेक्स तय करता है।