ऋषांक तिवारी का सम्बन्ध सागर मध्य प्रदेश से है वैसे तो भोपाल से उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग की लेकिन बचपन से ही उन्हें आर्ट अॉर एक्टिंग मे गहरी दिलचस्पी थी। उन्होंने मिस्टर मध्यप्रदेश का खिताब २००९ मे जीता फिर वह भोपाल मे ढाई साल तक नाटक करते रहे ।चाहते तो आसानी से वह अपना कैरियर बतौर इंजीनियर शुरू कर सकते थे लेकिन उन्होंने रिस्क लिया और २०१२ में वह एक्टर बनने मायानगरी चले आये। मुम्बई मे भी उन्होंने थिएटर ज्वाइन कर लिया।
पिछले चार वर्षो मे उन्होंने बेशुमार ऑडिशन दिए लेकिन उन्हें सफलता तब हासिल हुई जब उन्हें बतौर अभिनेता गीतकार निर्माता-फैज़ अनवर की फ़िल्म “लव के फंडे”मिली । इस फिल्म के निर्देशक हैं इंदरवेश योगी। घुड़सवारी,मार्शल आर्ट्स,डांस की बाकायदा ट्रेनिंग लेने वाले ऋषांक अपने किरदार के बारे मे कहते हैं “मे्रे कैरेक्टर का नाम मनन है वह एक शादीशुदा शख्स है और उनकी पत्नी का किरदार समीक्षा भटनागर कर रही हैं ।मनन को एक दूसरी लड़की रितिका गुलाटी से प्यार हो जाता है। अब मनन कैसे बीवी अॉर गर्लफ्रेंड दोनो बीच मे झूलने वाला आदमी बन जाता है इसे रोचक ढंग से दिखाया गया है। इसके अतिरिक्त वह एक कन्नड़ फ़िल्म मे एक इंस्पेक्टर का चरित्र निभा रहे है। हिंदी फिल्मो मे ऋषांक के पास एक अॉर फ़िल्म है “यह है इंडिया”जिसमेवह एक ड्रग सप्लायर का रोल कर रहे है। निर्देशक समीर सिद्दीकी की फ़िल्म “चक्कर सी डी का”मे वह एक पत्रकार की भूमिका निभा रहे है.. एक अॉर फ़िल्म “डार्कनेस”मे भी वह अभिनय कर रहे है।