Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/mysmartc/public_html/leadingnews.in/wp-content/plugins/wp-facebook-open-graph-protocol/wp-facebook-ogp.php on line 170

नंद कृष्ण की फिल्म ‘लेट्स टॉक ना‘ का ट्रेलर लांच  सिंगापुर में

मुंबई 22 जनवरी 2018:  सिंगापुर में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में शूट की गयी हिंदी फिल्म ‘लेट्स टॉक ना‘ के ट्रेलर का लांच विश्व के अनेक देशों से आये मेहमानो के सामने हुआ। इस ट्रेलर का लांच सिंगापुर में आयोजित ‘माइलस्टोन मिस और मिसेज इंडिया इंटरनेशनल‘ प्रतियोगिता के मंच पर हुआ। फिल्म का निर्माण लखनऊ के रहने वाले आनंद कृष्ण ने किया है, जो कि विगत 25 वर्षों से इस क्षेत्र से जुड़े रहे हैं। ‘लेटस टॉक ना‘ के निर्देशक आशीष कुमार कश्यप हैं। फिल्म में दिखाए गए विशेष बहकाने वाले घटनाक्रम, नायक-नायिका के बीच फिल्माए गए अंतरंग दृश्य,उमरगांव एवम् अलीबाग के मनोहारी समुद्र तट पर फिल्माया गया गाना ‘मन बावरे‘,और बाँध के रखने वाली कहानी इसके मुख्य आकर्षण रहेंगे। पर्पल प्रोडक्शन द्वारा निर्मित इस फिल्म को सभी वर्ग के दर्शक कहीं न कहीं अपने जीवन के बहुत नजदीक पाएंगे.

फिल्म की मुख्य भूमिकाओं में मुंबई फिल्मी दुनिया के मंझे हुए कलाकार प्रवीण सिंह सिसोदिया और केयूरी शाह हैं। फिल्म की कहानी जिंदगी से परेशान एक महिला कि और एक पुरुष की है, जो अपने जीवन की व्यक्तिगत उलझनों से परेशान होकर किसी अनजानी राह पर निकल पड़ते हैं। वो रास्ते में अचानक मिल जाते है और फिर शुरू होता है उनका कुछ समय का एक सफर। रास्ते में चलते-चलते दोनों एक दूसरे के जीवन की व्यक्तिगत उलझनों को सुलझाने की कोशिश करते हैं। इस दौरान दोनों के बीच में आकर्षण बढ़ जाता है और इसी क्रम में बहुत सारी नोक-झोंक, प्यार, फ्लर्ट और समर्पण जैसी बहुत सारी बातें होती हैं। इसी यात्रा के बीच दोनों को अपने जीवन की उलझनों की डोरी सुलझाने की समझ मिलती है तथा दोनों निर्णय लेकर शहर की ओर यू टर्न लेते हैं और अपने-अपने जीवन की ओर वापस चल देते हैं. फिल्म की पटकथा और प्रभावशाली संवाद प्रवीण सिंह सिसोदिया ने लिखे हैं। ‘मन बावरे‘ गीत का संगीत निर्देशन चन्द्रा सूर्या तथा फिल्म का संपादन आरका रुद्रा ने किया है। फिल्म की क्रियेटिव डाईरेक्टर पूर्वी आनन्द हैं एवम् एसोसिएट डाईरेक्टर सत्यजीत कुमार व शशांक सिंह हैं। यह फिल्म प्रयोगात्मक सिनेमा की कड़ी में एक अनुपम उदाहरण साबित होगी और विश्व के अनेक फिल्म समारोहों में भारतीय जीवन मूल्यों और पारस्परिक संबंधों को प्रभावशाली ढंग से प्रदर्शित करेगी ।

————SANJAY BHUSHAN PATIYALA

By admin