भोजपुरी माई के कर्जदार हैं मनोज टाईगर
भोजपुरी माटी, साहित्य, कला और संस्कार का जितना वर्णन किया जाय, वह कम ही होगा। भोजपुरी माई ने बहुत से ऐसे लाल को जन्म दी हैं, जो देश ही नहीं विश्व धरातल पर भोजपुरी का मान सम्मान बढ़ा रहे हैं। जी हाँ, ऐसे ही भोजपुरी सिनेमा के एक कलाकार के बारे में बयां कर रहा हूं, जो किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। उनका नाम है मनोज सिंह टाईगर, जिन्हें बतासा चाचा उपनाम से काफी लोकप्रियता हासिल हुई है। उन्होंने अपना सारा जीवन सिर्फ और सिर्फ कला को समर्पित किया है। उन्होंने देश के अलावा विदेश में भी भोजपुरी का परचम लहराया है। उनके लाजवाब अभिनय और हाजिर जवाबी का हर कोई कायल है। विदित है कि 20 साल तक रंगमंच को अपना जीवन समर्पित करने के बाद भोजपुरी सिनेमा के रुपहले परदे पर विशिष्ट कलाकार के रूप में अवतरित हुए और मील का पत्थर साबित हुए हैं। जिस तरह से साउथ में ब्रम्हनन्दम, बॉलीवुड में जॉनी लीवर, परेश रावल उसी तरह भोजपुरी में मनोज टाईगर का नाम ऊपर है। बच्चा बच्चा मनोज टाईगर उर्फ बतासा चाचा का दीवाना है। यहां तक कि चारों हीरो के बाद भोजपुरी में अगर किसी की फैन फालोइंग है तो वह मनोज टाईगर का ही है। आज तक का रिकॉर्ड है कि हिन्दुस्तान की फिल्म इंडस्ट्री में कोई स्टार कॉमेडियन विलेन के रूप में दर्शकों में स्वीकार नहीं हुआ है, मगर इस मिथक को तोड़ा है मनोज टाईगर ने। जिगर, डकैत, वीर बलवान, विधाता, बलमुआ तोहरे खातिर, पटना से पाकिस्तान, राम लखन आदि भोजपुरी फिल्में प्रमाणित हैं। इसका श्रेय वे निर्माता आलोक कुमार, निर्देशक प्रेमांशु सिंह, सतीश जैन, राजू, रवि भूषण को देते हैं, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पेश किया खलनायक के रूप में। जहां कॉमेडियन मनोज टाईगर दर्शकों को हंसाता गुदगुदाता है और वहीं विलेन मनोज टाईगर क्रूरता की चरम सीमा को लांघ जाता है। एक सच्चे कलाकार की कला की पराकाष्ठा दर्शकों के रोम रोम को रोमांच से भर देता है।
उल्लेखनीय है कि मनोज टाईगर देश विदेश जहां कहीं भी चले जाते हैं, दर्शको का जमावड़ा होता ही है। वे अपने चाहने वालों का तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हैं। भोजपुरी सिनेमा में चरित्र अभिनेताओं में वे सबसे महंगे अभिनेता हैं। उन्हें अपनी इस कामयाबी का जरा भी घमंड नहीं है, वे आज भी जमीन से जुड़े हुए हैं। उनके अंदर तमाम प्रतिभाएं कूट कूट कर भरी हुई हैं। वे एक सच्चे अभिनेता के साथ साथ कमाल के लेखक हैं तथा बहुत ही गजब के रंगकर्मी एवं नाटककार हैं। अपनी दुनियां में मस्त रहने वाले मनोज टाईगर इस वक्त नाटकों में व्यस्त हैं। उनका वन एक्ट प्ले एक घंटा का सोलो नाटक मांस का रुदन थियेटर में प्रदर्शन को तैयार है। वे मंच पर अकेले होंगे और अपनी अभिनय क्षमता की शानदार प्रस्तुति देंगे। महेश पांडेय, दिनेशलाल यादव निरहुआ, पवन सिंह, खेसारीलाल यादव, अलोक कुमार, दुर्गा दादा, राजकुमार पांडेय, अवधेश मिश्रा, संजय पांडेय, सुशील सिंह आदि सभी उनके दीवाने हैं। आम्रपाली दूबे, काजल राघवानी आदि अभिनेत्रियां मनोज टाईगर को एक बेहतरीन कलाकार और भोजपुरी का स्तंभ मानती हैं। इससे यह साबित होता मनोज टाईगर भोजपुरी के प्रति समर्पित सच्चे और अच्छे कलाकार हैं। —-Ramchandra Yadav (PRO)